fixed deposit in hindi : हर कोई अपने भविष्य को सुरक्षित रखनें के लिए अपनी आय में से कुछ न कुछ धन बचत करता ही हैं. और हाँ, सभी को बचत करना चाहिए. क्योंकि धन हमारे जीवन के लिए अति आवश्यक है. लेकिन भविष्य के लिए धन बचत करने का सही तरीका यह नहीं है कि, अपनी आय से कुछ पैसे उठाकर किसी अलमारी या तिजोरी में रख दिया जाए, बल्कि यह हैं कि, आप अपने बचाए गए पैसों पर ब्याज भी अर्जित करें.
आज बाजार में पैसों की बचत के लिए कई प्रकार मौजूद हैं. जिनमें निवेश करके आप बचत कर सकते हैं. हालांकि, बाजार में मौजूद कई प्रोडक्ट्स ऐसे हैं, जिनमें निवेश करने पर रिटर्न से जुड़ा खतरा रहता है. लेकिन fixed deposit बचत करने के सुरक्षित तरीकों में से एक हैं. अगर आप FD में निवेश करते हैं तो यह रिटर्न के लिहाज से सुरक्षित निवेश माना जाता है.

लेकिन क्या आप Fixed Deposit के बारे में जानते हैं? अगर नहीं तो इस लेख अंत तक जरुर पढ़ें, इसमें हमनें Fixed Deposit kya hain? FD ke fayde? Fd ke nuksan? Fixed Deposit ke byaj daren? के संबंधित सारी जानकारी आसान भाषा में देने की कोशिश की हैं.
fixed deposit क्या है?
what is FD : fixed deposit यानी FD में आपके द्वारा जमा की गई राशी को एक निश्चित समय तक छोड़ देना पड़ता है. यानी यूँ कहे, उस धन को कुछ समय के लिए भूल जाना होता हैं. लेकिन एफडी के तहत आपके द्वारा जमा धन पर एक निश्चित समय में बैंक ब्याज देता है. दरअसल, एफडी का मकसद किसी विशेष परिस्थिति से निपटने के लिए बचत करना होता है.
एफडी को हिंदी में सावधि जमा खाता भी कहते हैं. fixed deposit हमेशा से बचत करने का एक सुरक्षित जरिया रहे हैं. फिक्स्ड डिपॉजिट में पहले से ही इंटरेस्ट रेट तय होते हैं. यानी किसी भी प्रकार की स्थिति में आपको निर्धारित राशि से न ही कम मिलता है और न ही अधिक. बचत का यह जरिया निवेशक को किसी भी तरह की रिस्क से दूर रखता है. FD Market Linked Scheme नहीं है इसलिए यह मार्केट रिस्क से पूरी तरह से दूर रहती हैं. आपको बता दे कि, अधिकतर लोग अब भी सेफ और सिक्योर इन्वेस्टमेंट के लिए एफडी का ऑप्शन चूज करते हैं.
किसी भी बैंक या पोस्ट ऑफिस के माध्यम से फिक्स्ड डिपॉजिट में जमा धनराशि को तय समय से पहले निकालने की अनुमति नहीं होती है, लेकिन विशेष परिस्थिति में इसे निकाला जा सकता है. इसे एफडी तोड़ना भी कहते हैं. और इसके लिए बैंक जुर्माना वसूल सकता है. आपको बता दें, फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) की न्यूनतम अवधि 6 माह और अधिकतम समय अवधि 10 वर्ष तक की होती है.
फिक्स्ड डिपाजिट के प्रकार
types of fixed deposit : FD में कई प्रकार उपलब्ध हैं. आप इस बारे में सोच-समझकर निर्णय ले सकते हैं कि आपको फिक्स्ड डिपाजिट के विभिन्न प्रकारों में से किस प्रकार की FD को चुनना चाहते है. भारत में निम्नलिखित FD के प्रकार उपलब्ध हैं:-
- सामान्य सावधि जमा खाता(Normal Fixed Deposit)
- वरिष्ठ नागरिक सावधि जमा खाता(Senior Citizen Fixed Deposits)
- संचयी सावधि जमा खाता(Cumulative Fixed Deposits)
- गैर-संचयी सावधि जमा खाता(Non-Cumulative Fixed Deposits)
- कर बचाव सावधि जमा खाता(Tax-Saving Fixed Deposits)
- एनआरआई फिक्स्ड डिपॉजिट (NRI Fixed Deposit)
- कॉरपोरेट फिक्स्ड डिपॉजिट (Corporate Fixed Deposit)
- रेकरिंग डिपॉजिट (Recurring Fixed Deposit)
- स्टैण्डर्ड टर्म डिपॉजिट्स(Standard Term Deposit)
fixed deposit के फायदे
FD Benefits : Fixed deposit की सबसे बड़ी खासियत है कि इसमें सुरक्षित निवेश के साथ निश्चित रिटर्न भी मिलता है. लेकिन, क्या आप जानते है, सुरक्षित निवेश और निश्चित रिटर्न के अलावा FD में निवेश के दूसरे फायदे…
- फिक्स्ड डिपॉजिट अर्थात एफड धन बचत करनें का एक अत्यधिक सुरक्षित और सरल तरीका हैं.
- एफडी में निवेश करनें से पहले ही आपको इस बात की जानकारी मिल जाती है कि, मैच्यूरिटी पर आपको कितना लाभ प्राप्त होगा.
- फिक्स्ड डिपॉजिट वैसे तो सुरक्षित निवेश है, लेकिन अगर किसी हालात में बैंक डूब जाए तो 5 लाख रुपए तक सरकारी गारंटी के तौर पर FD में लगा आपका पैसा सुरक्षित रहेगा. बैंक डिफॉल्ट (Bank default) केस में 5 लाख रुपए तक आपको वापस मिल जाएंगे.
- कई बैंक(HDFC, ICICI, DCB) अपने ग्राहकों को FD के साथ इंश्योरेंस ऑफर कर रहे हैं. इन बैंकों में FD कराने पर आपको फ्री में हेल्थ इंश्योरेंस भी मिल सकता है.
- ज्यादातर बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट पर क्रेडिट कार्ड देते हैं. कम Credit Score या नो क्रेडिट हिस्ट्री वाले लोग इस ऑफर का फायदा ले सकते हैं.
- 5 साल की FD करने पर इनकम टैक्स में छूट मिलती है.
- फिक्स्ड डिपॉजिट पर लोन की सुविधा भी मिलती है. जिसे आप अपनी सहूलियत के हिसाब से चूका सकते है. FD की कुल वैल्यू का 90% तक लोन मिल सकता है.
Fixed deposit के नुकसान
fixed deposit disadvantages : एफडी में पैसे लगाना हमेशा से सुरक्षित और तयशुदा रिटर्न वाला विकल्प माना जाता है. और इसमें कोई संशय नहीं कि फिक्स्ड डिपॉजिट के कई फायदे हैं. जैसे निश्चित रिटर्न रेट, ब्याज पर टैक्स की बचत, अपनी मर्जी से अवधि का चयन, आसानी से पैसे भुनाने की सुविधा और एफडी पर लोन आदि. लेकिन एफडी के कुछ नुकसान भी हैं जिनके बारे में जानना बेहद जरूरी है.
- एफडी में जमा धनराशि को आप विपरीत परिस्थितियों में निकाल सकते है, लेकिन जुर्माना देना पड़ता है. यानी अपनी एफडी को कैश में भुनाना इतना आसान नहीं. यह एक बड़ा नुकसान है.
- अगर आप किसी बैंक(स्मॉल को-ऑपरेटिव बैंक) में 5 लाख रुपये से अधिक(मानो 10 लाख) एफडी करते है और अगर वह बैंक डूब जाता है. तो आपको अधिकतम 5 लाख रुपये ही मिलेंगे. बाकी 5 लाख रुपये के डूबने का खतरा रहता है.
- एफडी में निश्चित समय के लिए ब्याज दर निर्धारित हो जाती है. अगर इंटरेस्ट रेट बढ़े भी तो एफडी की वही ब्याज दर होती है जो पहले फिक्स हो चुकी है.
- एफडी पर आपको जो भी ब्याज मिलेगा, वह पूरी तरह टैक्सेबल है. अगर एक साल में ब्याज की रकम 10 हजार रुपये से ज्यादा बढ़ जाती है तो बैंक या कॉर्पोरेट हाउस टैक्स काट लेगा.
- शेयर मार्केट या म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश में मिलने वाले Return की तुलना में फिक्स्ड डिपॉजिट अकाउंट में Return बहुत कम मिलता है.
Fixed Deposit के ब्याज दरें
बैंक का नाम | सामान्य नागरिक के लिए (p.a.) | वरिष्ठ नागरिक के लिए (p.a) |
भारतीय स्टेट बैंक FD | 5.30% to 5.40% | 5.80% to 6.20% |
यूनियन बैंक ऑफ इंडिया | 5.00% – 6.75% | 5.50% – 6.25% |
बैंक ऑफ इंडिया FD | 2.85% to 5.05% | 3.35% to 5.55% |
एचडीएफसी बैंक एफडी | 2.50% to 5.60% | 3.00% to 6.35% |
एक्सिस बैंक FD | 2.50% to 5.75% | 2.50% to 6.50% |
बैंक ऑफ बड़ौदा FD | 2.80% to 5.25% | 3.30% to 6.25% |
पंजाब नेशनल बैंक FD | 2.90% to 5.25% | 3.50% to 5.75% |
पंजाब एंड सिंध बैंक FD | 3.00% to 5.30% | 3.50% to 5.80% |
केनरा बैंक FD | 2.90% to 5.40% | 2.90% to 5.90% |
आईडीएफसी बैंक एफडी | 2.50% to 6.00% | 3.00% to 6.50% |
आईडीबीआई बैंक एफडी | 5.75% – 7.25% | 5.75% – 6.75% |
फिक्स्ड डिपाजिट करने से पहले ध्यान देने योग्य बातें
FD account खोलने से पहले कुछ बातों को जानना बेहद ही आवश्यक होता है. ताकि आप फिक्स्ड डिपाजिट से अधिक से अधिक लाभ कमाने में सफल हो सके. निम्नलिखित बातों पर ध्यान दें….
- अपना एफडी अकाउंट खोलने से पहले FD की समय अवधि और उस पर दिए जाने वाले ब्याज के बारे में सारी जानकारी हासिल कर लें. क्योंकि कुछ बैंकों द्वारा ब्याज का हिसाब राउंड फिगर जैसे 6 माह, एक साल या दो साल की अवधि के आधार पर किया जाता है.
- RBI समय-समय पर ब्याज दरों में बदलाव करता रहता है. तो उसका असर FD के रेट्स पर भी पड़ता है. इसके अलावा सभी बैंकों की ब्याज दरें भी अलग-अलग होती हैं तो पैसा लगाने से पहले इसको भी चेक कर लें.
- FD account खोलने से पहले बैंक से प्री मेच्योरिटी चार्जेज के बारे में भी जरुर जानें, क्योंकि अगर आप मेच्योरिटी से पहले राशि को विड्रॉल करते हैं, तो उन्हें जुर्माने का भुगतान करना होगा.
- जहाँ पहले एफडी पर केवल वार्षिक ब्याज मिलने का प्रावधान था वर्तमान में जमाकर्ता मंथली, तिमाही, सालाना ब्याज में से किसी भी विकल्प का चुनाव कर सकता है . इसलिए FD खुलवाने के दौरान अपनी सुविधानुसार इसका चयन जरुर करें.
- एफडी खोलने के दौरान किसी को भी नॉमिनी बनाना न भूलें.
- यदि आप किसी एक बैंक में एफडी में 10 लाख रुपए का निवेश करने की योजना बना रहे हैं, तो इसकी जगह एक से ज्यादा बैंकों में 1-1 लाख रुपए की FD में निवेश करें. इससे अगर आपको बीच में पैसों की जरूरत पड़ी तो आप अपनी जरूरत के हिसाब से किसी एक FD को बीच में ही तुड़वाकर पैसों की व्यवस्था कर सकते हैं. और आपकी बाकी FD सेफ रहेंगी.
एफडी अकाउंट खोलनें हेतु आवश्यक दस्तावेज
- पहचान का प्रमाण (Proof of Identification) : आधार कार्ड, पासपोर्ट, पैन कार्ड, वोटर आईडी कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस
- निवास प्रमाण पत्र (Address Proof) : पासपोर्ट, टेलीफोन का बिल, बिजली का बिल, चेक के साथ बैंक स्टेटमेंट, पोस्ट ऑफिस द्वारा जारी सर्टिफिकेट/आईडी कार्ड
- पासपोर्ट साइज फोटो (Passport Size Photo)
- फिक्स्ड डिपाजिट (FD) फॉर्म Fixed Deposit (FD) Form
- आप जितने रुपयों की FD कराना चाहते है, उसकी चेक (Check the amount of FD)
एफडी अकाउंट कैसे खोले
(How To Open FD Account : यदि आप अपने भविष्य के लिए कुछ बचत करना चाहते हैं, वह भी एफडी अकाउंट में, तो आप इसके लिए ऑनलाइन या ऑफलाइन दोनों माध्यम से कर सकते है. वर्तमान में अधिकतर लोगों के पास अपना बैंक में खाता है, इसलिए फिक्स्ड डिपाजिट खाता खुलवाना बेहद ही आसान प्रक्रिया है, इसके लिए आप कोई भी एक तरीका अपनाकर अपना FD account खुलवाकर इच्छित धनराशी इसमें जमा कर सकते हैं. और अपने भविष्य के लिए बचत कर सकते हैं.
- बैंक जाकर ऑफलाइन : आपको अपनें नजदीकी बैंक या पोस्ट ऑफिस में जाना होगा, जिस बैंक में आपका बचत खाता या चालू खाता है. सभी प्रकार की जानकारी प्राप्त करने के पश्चात आपको एक फॉर्म भरनें के साथ ही एफडी की जानें वाली धनराशि या चेक देना होगा.
- बैंक की वेबसाइट के माध्यम से ऑनलाइन : इसके आलावा आप इंटरनेट बैंकिंग के माध्यम से आप घर बैठे ऑनलाइन एफडी अकाउंट ओपन कर सकते है. इसके लिए आप जिस बैंक या डाकघर में एफडी अकाउंट खोलना चाहते है, उसकी ऑफिशियल वेबसाइट पर जाना होगा. इसके अलावा……
- एटीएम के माध्यम से भी फिक्स्ड डिपाजिट किया जा सकता है.
- मोबाइल बैंकिंग के माध्यम से भी इस प्रक्रिया को अंजाम तक पहुँचाया जा सकता है.
तो आशा करते हैं आपको Fixed Deposit क्या हैं? इस बारे में सारी जानकारी मिल गई होगी. क्या आपको यह लेख Fixed Deposit के बारे में जानने के लिए मददगार साबित हुआ. हमें कमेंट सेक्शन में अपने विचार जरुर शेयर करें.
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